Monday, 13 April 2015

इश्क़ किया तुझसे.......-.-

इश्क़ किया तुझसे, मेरे ऐतबार की हद थी;

इश्क़ में दे फि जान, मेरे प्यार की हद थी;

मरने के बाद भी खुली थी आँखें, ये मेरे इंतज़ार की हद थी...........!

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