Thursday, 7 September 2017

कभी किसी नदी में समंदर नहीं गिरता.....

हालात के कदमों पर सिकंदर नहीं झुकता;
टूटे भी तारा तो ज़मीं पर नहीं गिरता,
गिरती हैं बड़े शौक से समंदर में नदियां;
कभी किसी नदी में समंदर नहीं गिरता

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