Friday, 27 March 2015

कभी तो तेरे भी काम आएगी किसी की दुआ,


दर्द कब किसका सगा हुआ
इसने भी उड़ जाना है एक दिन बनकर धुँवा,

भूल जा जो हुआ सो हुआ
कभी तो तेरे भी काम आएगी किसी की दुआ,

कब तक असर करेगी ज़माने की बद्दुआ
हर कोई यहाँ से गया जो था यहाँ आया,

हमेशा आग बुझने पर निकालता है धुँवा.
कभी तो तेरे भी काम आएगी किसी की दुआ,

क्या हुआ गर तेरा कोई नहीं हुआ
जीतता वही है जो अकेला है जीया,

ख़ुशी पायी उसने जिसने गम को है पीया.
कभी तो तेरे भी काम आएगी किसी की दुआ,

गीता ने कहा जो हुआ अच्छा हुआ,
फिर तू क्यूँ है सोच में डूबा हुआ ,

जीवन वरदान है भगवान का दिया हुआ.
कभी तो तेरे भी काम आएगी किसी की दुआ,

कदम ना हटा पीछे जो आगे बढ़ा दिया,
ना डर तू दुनिया से ना कदम को तू डगमगा

तू ही है रौशनी तू ही है दीया
कभी तो तेरे भी काम आएगी किसी की दुआ,

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